自从委顺任浮沈,渐觉年多功用深。面上减除忧喜色,
胸中消尽是非心。妻儿不问唯耽酒,冠盖皆慵只抱琴。
长笑灵均不知命,江蓠丛畔苦悲吟。
题目 | 作者 | 卷,号 |
---|---|---|
咏怀 | 王绩 | 037 , 041 |
咏怀 | 骆宾王 | 079 , 033 |
咏怀 | 张籍 | 384 , 083 |
咏怀 | 白居易 | 430 , 015 |
咏怀 | 白居易 | 430 , 050 |
咏怀 | 白居易 | 431 , 025 |
咏怀 | 白居易 | 437 , 023 |
咏怀 | 白居易 | 447 , 064 |
咏怀 | 白居易 | 452 , 031 |
咏怀 | 白居易 | 452 , 040 |
咏怀 | 白居易 | 455 , 072 |
咏怀 | 贾岛 | 574 , 046 |
咏怀 | 郑谷 | 675 , 012 |
咏怀 | 徐夤 | 708 , 036 |